आज के समय में बाह्य आकृति को ही सर्वोच्च माना जाता है, इसलिए हर कोई आकर्षक शरीर, चमकती हुई त्वचा एवं सौन्दर्य की चाहत रखता है| परिणाम स्वरूप जहाँ एक ओर मल्टीनेशनल कंपनियों की वृद्धि हो रही है, वहीँ दूसरी ओर उनके द्वारा उत्पादित “फैड डाइट”, हानिकारक रसायनों से भरे कॉस्मेटिक्स व अन्य विषैले पदार्थों के सेवन से मानव स्वास्थ्य व आयु में गिरावट आ रही है । ‘सनातन क्रिया – एजलेस डाइमेंशन’ पुस्तक में ऐसे रसायनों का विस्तार से विवरण किया गया है, जिनका हम प्रतिदिन उपयोग की जानेवाली वस्तुओं एवं प्रसाधनों द्वारा सेवन करते हैं तथा इनके द्वारा शरीर पर होनेवाले दुष्प्रभाव और इनसे बचने के मार्ग का भी उल्लेख है| आज के समय में ये अत्यंत आवश्यक है की हम अपनी जीवन शैली में नियमित रूप से शरीर का बाह्य एवं आंतरिक शुद्धिकरण करने वाली प्रक्रियाओं को सम्मिलित करें, जिससे शरीर स्वस्थ तथा रोग मुक्त रहे |पाठकों के लाभ हेतु यहाँ मैं एक ऐसी ही परखी हुई प्रक्षालन प्रक्रिया का उल्लेख कर रहा हूँ , ‘जल नेति’| जल नेति प्राचीन वैदिक प्रक्रिया है, जिसे हमारे ऋषियों ने ह...