प्रदेश में गहरा रहे चारा संकट को देते हुए ध्यान फाउंडेशन ने किसानों की मदद के लिए हाथ आगे बढ़ाया है। फाउंडेशन की पूनम कपूर ने बताया कि कोल्लेगल तालुक की 27 ग्राम पंचायतों में चारे की भारी कमी है।
पहले किसान व पशुपालक अपनी गायों को चरने के लिए जंगल में छोड़ दिया करते थे, लेकिन पिछले 3 साल से वन विभाग ने गायों के जंगल में प्रवेश पर रोक लगा दी है। तब से चारे का संकट बढ़ गया है। पशुपालक गायों को चराने 30 से 50 किमी तक ले जातेहैं। कुछ पशुपालक पशुओं को बेचने को मजबूर हैं।
किसानों की ऐसी हालत को देखते हुए ध्यान फाउंडेशन ने दंताल्ली, कुरोतिहोसूर, गानीगमनगाला, काल्लीडोड्डी, गोपीनाथम गांव में नि:शुल्क चारा वितरण केन्द्र स्थापित किए है। हूग्याम में भी चारा वितरण केंद्र शुरू किया जाएगा।
डॉ रेणू ने बताया कि फाउंडेशन के कार्यकर्ता गांव-गांवजाकर पशुपालकों को पशुओं को न बेचने के लिए समझा कर मदद का भरोसा दे रहे हैं। इसका किसानों पर असर भी हुआ है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने कोल्लेगल के रामपुरा में एक गौशाला स्थापित की है, लेकिन वहां 500 से ज्यादा गायों को मदद नहीं मिल सकी।
यह लेख पत्रिका में प्रकाशित हुआ था |
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